एक साथ घर से उठी 5 अर्थियां, तो रोने लगा पूरा गांव, कलेजा मुंह को आ गया

देवघर जिले में सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई थी. हादसे में मारे गए सभी लोग गिरिडीह के रहने वाले थे. पत्नी और बच्चों को लेकर लौट रहे व्यक्ति की कार डैम में गिर गई. इस दौरान कार सवार 6 लोग पानी में डूब गए, जिसमें सिर्फ ड्राइवर ही जिंदा बच सका. गांव से एक साथ पांच लोगों की अर्थी देख पूरे गांव में गम की चादर बिछ गई है

News Jungal Desk : झारखंड के गिरिडीह में हृदय विदारक दृश्‍य ने सभी को विचलित कर दिया है । और एक कार के डैम में गिरने से गिरिडीह के 5 लोगों की मौत हो गई है । और कार में एक ही परिवार के लोग सवार थे । हादसे में पूरा परिवार पानी में डूब गया था । सभी मृतक देवरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बांसडीह गांव के एक ही परिवार के थे । हादसे की सूचना मिलने के बाद परिजनों में कोहराम मच गया था । और पूरा गांव गमगीन हो गया था । अंतिम संस्‍कार के लिए जब एक ही घर से 5 अर्थियां निकलीं तो परिजनों के साथ ही ग्रामीणों का कलेजा भी मुंह को आ गया था । सबकी आंखों में आंसुओं का सैलाब उमड़ आया था ।

दरअसल, विजयादशमी के शुभ मुहूर्त पर गांव के रहने वाले सॉफ्टवेयर इंजीनियर मुकेश राय आसनसोल से अपनी पत्नी, दो छोटे बच्चे और साले के साथ बोलेरो से घर आ रहे थे । और इस दौरान चितरो थाना क्षेत्र (देवघर) के अंतर्गत आने वाले सिकटिया अजय डैम में बोलेरो कार गिर गई थी । हादसे में ड्राइवर को छोड़ परिवार के सभी 5 लोगों की डूबने से मौत हो गई है ।

बताया गया कि विजयादशमी के शुभ मुहूर्त पर अपने बच्चों का शुद्धिकरण कर मुकेश राय गांव आ रहे थे । और रास्ते में उनकी गाड़ी हादसे का शिकार हो गई थी । हालांकि, घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने नदी में उतरकर लोगों को निकालना शुरू किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और ड्राइवर को छोड़ परिवार के पांचों लोगों की डूबने से मौत हो चुकी थी. मौके पर पहुंची चितरो थाना पुलिस शवों को अपने कब्‍जे में लेकर देवघर स्थित सदर अस्पताल भेजा. पोस्टमॉर्टम के बाद सभी शवों को उनके गांव बांसडीह लाया गया है ।

गांव का माहौल हुआ गमगीन
पांचों शवों के गांव में पहुंचते ही परिजन और ग्रामीणों की चीख पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया है । जिसने भी देखा वह अपने आंसू रोक नहीं पाया. नम आंखों से सभी को एक साथ अंतिम विदाई दी गई. दशहरा के दिन हुई इस दर्दनाक घटना ने सभी को झंकझोर कर रख दिया है. इस घटना की वजह से दो घरों के चिराग बुझ गए. मुकेश राय अपने घर के एकलौते बेटे था. वहीं उनका साला भी अपने घर का एकलौता बेटा था ।

दुर्गा पूजा में छुट्टी लेकर आए थे गांव
स्थानीय समाजसेवी मनोज कुमार राय ने कहा कि यह बेहद ही दर्दनाक घटना है, जिसे कोई भी परिवार या समाज बर्दाश्त नहीं कर सकता है. मुकेश राय एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे जो हैदराबाद की एमएनसी कंपनी में जॉब करते थे. दुर्गा पूजा पर वह छुट्टी लेकर अपने गांव आए थे. गांव में कुछ दिन रुके और फिर देवघर स्थित आसनसोल ससुराल पत्नी और बच्चों को लेने गए थे. लौटते समय यह दर्दनाक घटना घट गई ।

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