रवींद्र ने विकास को यह कहते हुए पहले खिलाने से मना कर दिया कि कई ग्राहक लाइन में इंतजार कर रहे हैं. विकास को यह बात नागवार गुजरी और वह चाटवाले को गालियां देने लगा. कथित तौर पर, रवींद्र ने विकास का विरोध किया और कहा कि यहां पर और भी कस्टमर मौजूद हैं और वह ऐसा व्यवहार ना करे. थानाध्यक्ष संदीप चौधरी ने बताया, ‘गर्मागर्मी के बाद, आरोपी विकास ने अपनी जेब से चाकू निकाला और रवींद्र के पेट में कई वार किए.’
News jungal desk :– वींद्र ने विकास को यह कहते हुए पहले खिलाने से मना कर दिया कि कई ग्राहक लाइन में इंतजार कर रहे हैं । विकास को यह बात नागवार गुजरी और वह चाटवाले को गालियां देने लगा था । कथित तौर पर, रवींद्र ने विकास का विरोध किया और कहा कि यहां पर और भी कस्टमर मौजूद हैं और वह ऐसा व्यवहार ना करे । थानाध्यक्ष संदीप चौधरी ने बताया, ‘गर्मागर्मी के बाद, आरोपी विकास ने अपनी जेब से चाकू निकाला और रवींद्र के पेट में कई वार किए थे ।
बिना लाइन के गोलगप्पे ना खिलाने पर रवींद्र कुमार की जान पर बन आई थी । मामला उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर 49 का है. शनिवार शाम एक ग्राहक को गोलगप्पे खाने के लिए कतार में खड़े होने के लिए कहने पर एक चाटवाले के पेट में चाकू मार दिया गया था । चाट विक्रेता 30 वर्षीय रवींद्र कुमार मूल रूप से बदायूं के रहने वाले हैं । उऩका एक स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है ।
सेक्टर 49 के बरौला गांव में रहने वाले रवींद्र कुमार की अपने किराए के घर के पास एक बाजार में गोलगप्पे और चाट की दुकान है । सेक्टर 49 थाने के थानाध्यक्ष संदीप चौधरी ने कहा, ‘रविवार शाम करीब 7:45 बजे रवींद्र कुमार की दुकान पर बड़ी संख्या में ग्राहक इकट्ठा हुए. पड़ोस का एक व्यक्ति विकास शर्मा अचानक लाइन में आ गया और उसने बिना बारी के गोलगप्पे खिलाने को कहा है ।
चाटवाले ने किया विरोध तो मारा चाकू
रवींद्र ने विकास को यह कहते हुए पहले खिलाने से मना कर दिया कि कई ग्राहक लाइन में इंतजार कर रहे हैं. विकास को यह बात नागवार गुजरी और वह चाटवाले को गालियां देने लगा. कथित तौर पर, रवींद्र ने विकास का विरोध किया और कहा कि यहां पर और भी कस्टमर मौजूद हैं और वह ऐसा व्यवहार ना करे. थानाध्यक्ष संदीप चौधरी ने बताया, ‘गर्मागर्मी के बाद, आरोपी विकास ने अपनी जेब से चाकू निकाला और रवींद्र के पेट में कई वार किए.’
अस्पताल ले जाया गया
चाकू लगने के बाद रवींद्र कुमार जमीन पर गिर गए. उसके बाद आरोपी विकास मौके से भाग गया. आसपास के अन्य दुकानदारों ने रवींद्र को अस्पताल पहुंचाया. संदीप चौधरी ने कहा कि डॉक्टरों के मुताबिक, रवींद्र की जान को कोई खतरा नहीं है और इलाज के बाद वह बेहतर महसूस कर रहे हैं. रवींद्र के भाई, हरेंद्र ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है ।