छठ का पर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर नहाय खाय से शुरू किया जाता है. पंचमी को खरना, षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य और सप्तमी को उगते सूर्य को जल अर्पित कर व्रत संपन्न किया जाता है. चार दिन चलने वाला इस पर्व में सूर्य और छठी मैय्या की पूजा होती है.
News Jungal Desk : पंचांग के अनुसार, इस साल छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर 2023 से हो रही है, जिसका समापन 20 नवंबर को होगा. छठ में सूर्य देव की उपासना की जाती है. इसके साथ ही यह पर्व उषा, प्रकृति, जल, वायु और सूर्यदेव की बहन षष्ठी माता को समर्पित है.यह व्रत संतान और सुहाग की दीर्घायु, घर की सुख-समृद्धि व उन्नति के लिए रखा जाता है. मान्यता है कि, आप जिस मनोकामना के साथ छठ व्रत रखेंगे, आपकी वह मनोकामना जरूर पूरी होगी. इस साल छठ की शुरुआत कब से हो रही है? क्या है पूजा का सही समय? इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं
छठ पूजा chhath puja का यह महापर्व चार दिन तक चलता है. इसका पहला दिन नहाय-खाय होता है. इस साल नहाय-खाय 17 नवंबर दिन शुक्रवार को है. इस दिन सूर्योदय 06:45 बजे होगा. वहीं, सूर्यास्त शाम 05:27 बजे होगा. बता दें कि, छठ पूजा की नहाय खाय परंपरा में व्रती नदी में स्नान के बाद नए वस्त्र धारण कर शाकाहारी भोजन ग्रहण करते हैं. इस दिन व्रती के भोजन ग्रहण करने के बाद ही घर के बाकी सदस्य भोजन ग्रहण करते हैं.
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