गाजियाबाद के पॉश इलाके राजनगर में बनी एक कोठी जिसकी मालकिन का नाम एकता कौशिक बताया जा रहा है और वहां भी चार दिन तक आईटी की रेड बदस्तूर जारी रही है । इस दौरान एकता कौशिक से 100 से भी ज्यादा सवालात किए गए थे । आईटी की टीम यहां से कुछ कैश और ज्वेलरी के अलावा कई कागजात भी अपने साथ लेकर गई है । और आखिर कौन हैं एकता कौशिक और क्या है उनका आजम खान से नाता?
News Jungal Desk : उत्तर प्रदेश की राजनीतिक महकमे में उसे समय हड़कंप मच गया, जब समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान के यहां इनकम टैक्स की रेड पड़ी. इतना ही नहीं आजम खान के करीबी लोगों के यहां भी छापेमारी से माहौल और भी ज्यादा गर्म गया था ऐसे में गाज़ियाबाद भी इससे अछूता नहीं रहा है । गाजियाबाद की पॉश इलाके राजनगर में बनी एक कोठी जिसकी मालकिन का नाम एकता कौशिक बताया जा रहा है, वहां भी चार दिन तक आईटी की रेड बदस्तूर जारी रही है । और इस दौरान एकता कौशिक से 100 से भी ज्यादा सवालात किए गए है । कुछ कैश और ज्वेलरी के अलावा कई ऐसे कागजात भी आईटी की टीम अपने साथ लेकर गई है । आखिर कौन हैं एकता कौशिक और क्या है उनका आजम खान से नाता?
- बताया जा रहा है कि एकता कौशिक आजम खान की बेहद करीबी हैं । और साथ ही उनके छोटे बेटे अदीब खान के साथ पढ़ी भी हैं.
- आजम खान एकता कौशिक को अपनी मुंहबोली बेटी भी कहते हैं । जब रविवार को आजम खान गाजियाबाद पहुंचे थे, तो उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए यह भी बताया था कि एकता कौशिक उनकी बेटी की तरह है।
- सपा नेता ने कहा था कि अगर उनकी सगी बेटी भी होती तो शायद इतनी सेवा नहीं कर पाती, क्योंकि जिस समय आजम खान की पत्नी बीमार थी तो अस्पताल में एकता कौशिक ने उनकी भरपूर सेवा करी थी ।
- दूसरी ओर यह भी बताया जा रहा है की एकता कौशिक जौहर ट्रस्ट से जुड़ी हुई हैं. चार दिन चली रेड में उनके घर से कागजात भी बरामद किए गए हैं.
- छापामारी की कार्रवाई के बाद अब विभाग द्वारा अग्रिम कार्रवाई करने की बात कही जा रही है.
- GDA के पूर्व अभियंता की बहू
एकता कौशिक गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के पूर्व अभियंता परितोष शर्मा की बहू भी हैं । और कहा जाता है कि परितोष शर्मा की कांग्रेस से काफी नजदीकियां हैं । परितोष शर्मा ने 2009 में वीआरएस लेकर अपना रियल एस्टेट का कारोबार शुरू किया, जिसमें उन्हें काफी फायदा मिला. बताया यह भी जाता है कि आजम खान से नजदीकियों की वजह से भी उन्हें फायदा मिला, क्योंकि जब उनके ससुर ने अपना बिजनस शुरू किया था, उसके कुछ साल बाद ही आजम खान यूपी सरकार में मंत्री बने थे. इस दौरान उनका बिजनेस खूब फला-फूला था । - यह भी पढ़े : चतुर्थी के दिन क्यों मनाया जाता है गणेश महोत्सव ?आइये जानतें हैं