News jungal desk: कांग्रेस नेता शशि थरूर Shashi Tharoor ने जी-20 सदस्यों की नई दिल्ली घोषणा की सराहना करते हुए कहा कि यह निस्संदेह भारत के लिए एक कूटनीतिक जीत है. थरूर ने एक इंटरव्यू में कहा कि यह एक अच्छी उपलब्धि है क्योंकि जी20 शिखर सम्मेलन बुलाए जाने तक इस बात की ज्यादा उम्मीद थी कि कोई समझौता संभव नहीं होगा. इसलिए एक संयुक्त बयान जारी करना संभव नहीं हो सकता है और हमें जी-20 शिखर सम्मेलन का समापन अध्यक्ष के संक्षिप्त बयान के साथ करना पड़ सकता है.
जी 20 के नई दिल्ली नेता घोषणा पत्र में आम सहमति भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत है. जी 20 के घोषणापत्र में इस आम सहमति का श्रेय शेरपा अमिताभ कांत और उनकी टीम को दिया जा रहा है. कांग्रेस नेता शशि थरूर भी जी 20 के सफल आयोजन के लिए विदेश मंत्री जयशंकर और शेरपा अमिताभ कांत को दिया है. जी 20 के शेरपा अमिताभ कांत को पिछले साल जुलाई में नियुक्त किया गया था और उन्हें यह जिम्मेदारी भारत को जी20 की अध्यक्षता मिलने के कुछ महीने पहले दी गई थी.इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, जब कांत को जिम्मेदारी मिली और वह सुषमा स्वराज भवन गए, जहां पर जी20 सचिवालय बनाया गया था, तो वहां सन्नाटा पसरा हुआ था.
जी -20 का शेरपा बनाए जाने के बाद अमिताभ कांत का काम घरेलू मोर्चे पर तात्कालिक कार्य अधिकारियों, सलाहकारों और डोमेन विशेषज्ञों की एक टीम बनाना था और साथ ही, राजनयिक कार्यक्रम की तैयारी शुरू करने के लिए विभिन्न हितधारकों को शामिल करना था. वैश्विक मंच पर, उनकी प्राथमिकताएं यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर ध्रुवीकृत दुनिया में देश के हितों को ध्यान में रखना था और इसको उन्होंन सफलतापूर्वक हासिल भी किया.
1998 बैच के आईएफएस अधिकारी नागराज नायडू काकनूर भी शेरपा अमिताभ कांत की टीम में जी-20 के संयुक्त सचिव रहे. नागराज नायडू चीनी भाषा के अच्छे जानकार हैं और वह संयुक्त राष्ट्र में भारत के उप प्रतिनिधि भी रह चुके हैं. इसके साथ वह संयुक्त राष्ट्र के 76वीं महासभा के अध्यक्ष के शेफ डी कैबिनेट रह चुके हैं.
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