बादलपुर के दुजाना गांव का कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना यूपी एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा जा चुका है। दुजाना मर्डर, लूटपाट, वसूली समेत कई आपराधिक मामले दर्ज है।
News Jungal Desk : पश्चिमी उत्तर प्रदेश के खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी एसटीएफ ने मार गिराया । एसटीएफ ने मेरठ Meerut के जानी इलाके में अनिल का एनकाउंटर कर दिया। 36 साल की उम्र के अनिल दुजाना पर 62 केस लगे थे। यही वजह है कि पुलिस ने उसके सिर पर 75 हजार रुपये के इनाम की घोषणा कर रखी थी। दुजाना पर दर्ज 62 मामलोें में 18 मर्डर समेत रंगदारी, लूटपाट, जमीन पर कब्जा, कब्जा छुड़वाना और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। उस पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी रासुका और गैंगस्टर एक्ट भी लगा था। गैंगस्टर सुंदर भाटी पर एके-47 से हमले का आरोपी बना था । वह 2012 से जेल में था और जनवरी 2021 में बेल पर आया था। बुलंदशहर पुलिस ने 25 हजार और नोएडा पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा गया था। पुराने केसों में में पेश नहीं होने से अदालत से गैरजमानती वॉरंट जारी कर दिया गया था।
दुजाना के गांव के कुख्यात सुंदर ने इंदिरा गांधी को दी थी धमकी
बादलपुर का दुजाना गांव कभी कुख्यात सुंदर नागर उर्फ सुंदर डाकू के नाम से भी जाना जाता था। 1970और 80 के दशक में सुंदर का दिल्ली-एनसीआर में खौफ था। उसने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी तक को जान से मारने की धमकी दी थी। इसी दुजाना गांव का था अनिल नागर उर्फ अनिल दुजाना। पुलिस रिकॉर्ड में 2002 में गाजियाबाद के कवि नगर थाने में इसके खिलाफ हरबीर पहलवान की हत्या का पहला मुकदमा दर्ज हुआ था।
सुंदर पर कातिलाना हमला
पश्चिमी यूपी में गैंगवॉर का आगाज महेंद्र फौजी और सतबीर गुर्जर की अदावत से हुआ। इसके बाद सुंदर भाटी और नरेश भाटी के बीच गैगवॉर चलने लगी। दोनों सतबीर के गुर्गे थे। सुंदर ने जिला पंचायत अध्यक्ष बन चुके नरेश भाटी की 2004 में हत्या करवा दी थी। नरेश भाटी के भाई रणदीप और भांजे अमित कसाना ने बदला लेने की ठानी, जिसमें दुजाना को भी शामिल किया। साहिबाबाद स्थित भोपुरा में नवंबर 2011 को सुंदर भाटी के साले की शादी थी। रणदीप, दुजाना और कसाना ने एके 47 से ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें तीन लोग मारे गए, लेकिन सुंदर भाटी बच निकला।
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