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आखिर क्यों दिखी ममता बनर्जी नाराज ? , I.N.D.I.A. गठबंधन में पड़ सकती दरार …

 विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. से लगातार खबरें आ रही हैं. सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सीट शेयरिंग के मुद्दे पर नाराज हैं. उनका कहना है कि विपक्ष के गठबंधन को सबसे पहले सीट शेयरिंग के मुद्दे को ही सुलझाना चाहिए, बाकी चीजें तो अपने आप सुलझ जाएंगी.

News jungal desk :I.N.D.I.A. गठबंधन की कोऑर्डिनेशन और इलेक्शन स्ट्रेटजी कमेटी की पहली बैठक 13 सितंबर को NCP के वरिष्ठ नेता शरद पवार के घर पर होगी । और अब इससे बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि क्या ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की नाराजगी तब तक समाप्त हो जाएगी ।

दरअसल सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी सीट शेयरिंग के मुद्दे पर नाराज हैं। और उनका कहना है कि विपक्ष के गठबंधन को सबसे पहले सीट शेयरिंग के मुद्दे को ही सुलझाना चाहिए । और बाकी चीजें तो अपने आप सुलझ जाएंगी । मुंबई में हुई बैठक में ममता बनर्जी ने अगले 15 दिनों में सीट शेयरिंग को पूरा करने पर भी जोर दिया है हालांकि कांग्रेस की तरफ से आश्वासन दिया गया है कि अक्टूबर अंत तक सीट शेयरिंग कर ली जाएगी. लेकिन ममता इससे संतुष्ट नहीं हैं । और उनका कहना था कि चुनाव जल्दी हो सकते हैं, लिहाजा सीट शेयरिंग भी जल्दी हो जानी चाहिए ।

सीट शेयरिंग के लिए बनी कमेटी को कोऑर्डिनेशन और इलेक्शन स्ट्रेटजी कमेटी का नाम दिया गया है । और सूत्रों की मानें तो ममता बनर्जी चाहती थीं कि इस कमेटी का नाम भी सीट शेयरिंग कमेटी होना चाहिए । एक और खास बात यह है कि TMC ने अब तक इस कमेटी के अलावा बनाई गई चार और कमेटियों के लिए अपने सदस्य का नाम नहीं दिया है . और इसके पीछे भी वही कारण बताया जा रहा है । सूत्रों के मुताबिक ममता बनर्जी चाहती हैं कि इस समय सबसे जरूरी मुद्दा सीट शेयरिंग का है । वो सुलझ गया तो बाकी सभी चीजों पर बाद में चर्चा हो सकती है ।

सूत्रों के मुताबिक़ बड़ी खबर ये भी है कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग करने के लिए भी तैयार हैं । लेकिन लेफ्ट के साथ नहीं. यानी TMC और कांग्रेस पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले के तहत चुनाव लड़े और लेफ्ट अलग से लड़े. इसके पीछे ये फॉर्मूला सुझाया गया कि लेफ्ट के अलग लड़ने से I.N.D.I.A. गठबंधन को फायदा होगा. दलील ये है कि राज्य में सत्ता विरोधी मतों में लेफ्ट सेंध लगा सकता है. जिसका मतलब ये कि सत्ता विरोधी वोट बीजेपी और लेफ्ट में बंट जाएंगे और इसका फायदा I.N.D.I.A. गठबंधन को मिलेगा ।

दरअसल मुंबई की बैठक में I.N.D.I.A. गठबंधन ने कुल पांच कमेटियां बनाने का फ़ैसला किया था. कोऑर्डिनेशन और इलेक्शन स्ट्रेटजी कमिटी, कैंपेन कमेटी, वर्किंग ग्रुप फॉर सोशल मीडिया, वर्किंग ग्रुप फॉर मीडिया, वर्किंग ग्रुप फॉर रिसर्च. TMC ने इनमें से सिर्फ एक कमेटी यानी कोऑर्डिनेशन और इलेक्शन स्ट्रेटजी कमेटी के लिए अभिषेक बनर्जी का नाम दिया था, बाकी के लिए बाद में नाम देने की बात कही गई थी ।

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