राजौरी के ‘केसरी हिल्स’ की गुफाएं क्यों बनीं आतंकियों की पनाहगाह?

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को खत्म करने के लिए सेना आपरेशन ऑल आउट चला रही है । हालांकि घने पहाड़ों पर बनीं प्राकृतिक गुफाओं और रास्तों का फायदा उठाकर आतंकी खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं राजौरी में ऐसी की गुफा का फायदा उठाकर आतंकियों ने छिपकर शुक्रवार को आईईडी हमला कर दिया था, जिससे पांच जवान शहीद हो गए.

News Jungal Desk : पाकिस्तान में बैठे आतंक के आका और ISI जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को परोसने के लिए नई-नई चाल चलते हैं. पाकिस्तान राजौरी और पुंछ से सबसे ज्यादा आतंकी घुसपैठ और आतंकी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं. इसके पीछे वजह है यहां के खतरनाक जंगल. राजौरी के कोटरंका का केसरी हिल का इलाका काफी खतरनाक है. अगर भौगोलिक तौर पर देखा जाए तो इस इलाके में कटीली झाड़ियां और बड़े-बड़े पत्थरों के बोल्डर मिल जाते हैं, जो आतंकियों के लिए ढाल का काम करते हैं. इसके साथ ही इस इलाके में 12 से अधिक प्राकृतिक गुफाएं भी हैं, जिनमें आतंकी बड़ी घटना को अंजाम देकर या फिर घुसपैठ करके वही छुप जाते हैं. यही गुफाएं इन दिनों सुरक्षाबलों के लिए एक टेढ़ी खीर बनी हुई हैं.

केसरी हिल्स के इलाके में 3 बड़ी आतंकी वारदात
सुरक्षाबलों के सूत्रों की मानें तो केसरी हिल के इलाके में पिछले कुछ महीनों में तीन आतंकी बड़ी वारदात हो चुकी हैं. इस साल की शुरुआत में राजौरी के डोंगरी में हमला करने के बाद आतंकवादियों ने आम नागरिकों की हत्या कर दी थी. इसी केसरी हिल के इलाके में पिछले महीने पुंछ में सैन्य वाहन पर स्टिकी बम से हमला कर दिया था. इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए थे. हाल ही में सुरक्षाबलो ने ऑपरेशन त्रिनेत्र लांच किया था. अब इसी केसरी हिल के इलाके का फायदा उठा करके आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर आईईडी ब्लास्ट किया. इसके बाद सुरक्षाबलों को काफी नुकसान पहुंचा,जिसमें हमारे 5 जवान शहीद हो गए ।

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