किसी भी सरकारी संस्था का लाभ लेने के लिए विवाहित दंपति के पास अपनी शादी का सर्टिफिकेट होना अनिवार्य होता है. यह कई जगह काम आता है और अब मैरिज रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया ऑनलाइन भी कर दी गई है ।
News jungal desk : शादी का सर्टिफिकेट एक कानूनी प्रमाण पत्र है जो अपकी शादी को वैधानिक बनाता है. ये सभी धर्म की शादियों के लिए अनिवार्य माना जाता है. इसके लिए विवाहित जोड़े को को रजिस्ट्रार के सामने अपनी शादी के कुछ प्रमाण और गवाह प्रस्तुत करने होते हैं और रजिस्ट्रार शादी का सर्टिफिकेट बनाकर सौंपता है। चूंकि यह एक कानूनी सर्टिफिकेट है, ऐसे में किसी भी सरकारी व्यवस्था का लाभ लेने के लिए आपके पास अपनी शादी का सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है.
कहां कहां काम आता है शादी का सर्टिफिकेट?
- शादी के बाद अगर आप ज्वाइंट बैंक अकाउंट खुलवाना चाहते हैं, तो मैरिज सर्टिफिकेट लगाना होगा.
- पासपोर्ट के लिए अप्लाई करते समय भी शादी के प्रमाण पत्र की जरूरत पड़ेगी
- अगर आप शादी के बाद बीमा कराना चाहते हैं, तो अपना मैरिज सर्टिफिकेट लगाना जरूरी होगा.
- अगर दंपति ट्रैवल वीज़ा या किसी देश में स्थाई निवास के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो मैरिज सर्टिफिकेट लगाना होगा.
- अगर महिला शादी के बाद सरनेम नहीं बदलना चाहती, तो ऐसे में मैरिज सर्टिफिकेट के बगैर सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिलेगा.
- शादी के बाद किसी नेशनल बैंक से लोन लेने के लिए शादी का सर्टिफिकेट जरूरी होता है.
- किसी भी प्रकार के कानूनी मामले में मैरिज सर्टिफिकेट जरूरी होगा. जैसे अगर दंपति में से कोई एक शादी के बाद धोखा देकर भाग जाता है, तो शिकायत दर्ज कराने
- तलाक की अर्जी लगाने के लिए भी मैरिज सर्टिफिकेट काम आएगा. सिंगल मदर या तलाकशुदा महिलाओं को नौकरी में रिज़र्वेशन लेने के लिए तलाक का डॉक्यूमेंट दिखाना होगा ।
यह भी पढे : एक अप्रैल से UPI से लेन-देन पड़ सकता है महंगा…2000 रुपये से ज्यादा के पेमेंट पर लगेगा एक्स्ट्रा चार्जेस!