22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या राम मंदिर लोकार्पण के बाद पूरे देश के लोग अयोध्या जाकर भगवान राम लला के दर्शन करना चाहते हैं. ऐसे में काशी से अयोध्या के सफर को सुगम बनाने की तैयारी चल रही है. ये सफर हवाई हो, रेल हो या सड़क मार्ग.
News jungal desk :– राम मंदिर का निर्माण अपने अंतिम चरण पर है और यहां नियमित रूप से दर्शन-पूजन की तैयारियां तेज हो गई हैं । और अगामी वर्ष 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में भव्य राम मंदिर का लोकार्पण करने जा रहे हैं । जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी तैयार हो रही है । खास बात ये है कि राम नगरी अयोध्या के लिए शिव नगरी काशी भी तैयार हो रही है और धार्मार्थियों व तीर्थयात्रियों की सुविधाएं बढ़ाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है । और इसी क्रम में अब काशी से अयोध्या की यात्रा सरल और सुगम होने जा रही है ।
काशी से ब्राह्मण जहां पूजन कराएंगे तो विशिष्ट अतिथि आमंत्रित किए जा रहे हैं । लेकिन ये खबर एक साथ काशी और अयोध्या घूमने और दर्शन करने की ख्वाहिश रखने वाले पर्यटकों और भक्तों के लिए है । दरअसल, लोकार्पण के बाद पूरे देश के लोग अयोध्या जाकर भगवान राम लला के दर्शन करना चाहते हैं । और ऐसे में काशी से अयोध्या के सफर को सुगम बनाने की तैयारी चल रही है । ये सफर हवाई हो, रेल हो या सड़क मार्ग हो ।
देश के दूसरे हिस्से से यूपी आने वाले लोग काशी और अयोध्या का दर्शन करना चाहते हैं । और कुछ लोग काशी और अयोध्या के साथ प्रयाग यानी संगम स्नान की इच्छा करते हैं । लेकिन तीनों जगह एक साथ दर्शन-पूजन और भ्रमण में यात्रा का समय अधिक खर्च होता है. इसी के तहत काशी से अयोध्या को जोड़ा जा रहा है । जल्द काशी से हेलीकॉप्टर की सुविधा अयोध्या के लिए शुरू की जाएगी इसके लिए नमो घाट पर तीन हेलीपैड बनकर तैयार हो गए हैं । और इनमें दो पक्के और एक कच्चा इमरजेंसी हेलीपैड शामिल हैं ।
इसके अतिरिक्त बाबतपुर एयरपोर्ट से भी हेली सुविधा शुरू की जाएगी. एक नई वंदे भारत ट्रेन भी अयोध्या से काशी के बीच में चलाने की योजना है, जिसका प्रस्ताव मंत्रालय भेजा गया है. कोशिश की जा रही है कि इसका रूट काशी प्रयाग अयोध्या हो. सड़क मार्ग पहले से ही बेहतर है जिसे और बेहतर करने की योजना है.
स्पष्ट है कि सड़क रेल और हवाई मार्ग से अयोध्या को जोड़ने की तैयारी है. मुख्य मकसद अयोध्या काशी प्रयाग के बीच में एक धार्मिक सर्किट बनाने का है ताकि देश दुनिया से आने वाले पर्यटक एक साथ तीनों जगह घूम सके और अधिक से अधिक पर्यटकों की संख्या यूपी में बढ़े ।