इस दुर्गा पंडाल में प्रेम मंदिर थीम होने की वजह से इसमें प्रवेश करते ही सबसे पहले गोवर्धन पर्वत पर श्री कृष्ण भगवान के दर्शन होते हैं. फिर अंदर जाने के बाद कृष्ण गोपियों के साथ नजर आते हैं और उसके बाद उनकी तमाम लीलाएं देखने के लिए मिलती हैं ।
News jungal desk : देश का सबसे बड़ा और सबसे महंगा दुर्गा पंडाल बनकर तैयार है और इसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल कर लिया गया है. यह दुर्गा पंडाल लखनऊ शहर के जानकीपुरम में इंजीनियरिंग कॉलेज के पास बनाया गया है. इसकी खूबसूरती यह है कि इसे मथुरा के प्रेम मंदिर की तर्ज पर तैयार किया गया है. यह देखने में मथुरा का प्रेम मंदिर ही लगता है. इसे उत्सव दुर्गा पूजा नाम दिया गया है ।
यहां के संचालक सौरव बंद्योपाध्याय ने बताया कि 2019 से उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो रहा है । और 2019-20 और 22 में सबसे ऊंचा पंडाल बनाने के लिए उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ हो चुका है . और 2023 में भी उनका नाम रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है . उन्होंने बताया कि यह दुर्गा पंडाल 47,210 स्क्वायर फीट में बनाया गया है । और 55 लाख रुपए इसकी लागत है । पिछले चार महीने से इसे बनाया जा रहा था . और थर्माकोल को संगमरमर जैसा दिखने के लिए इसमें साढ़े छह सौ लीटर पेंट का इस्तेमाल किया गया है ।
चारों ओर कृष्ण की लीलाएं
इस दुर्गा पंडाल में प्रेम मंदिर थीम होने की वजह से इसमें प्रवेश करते ही सबसे पहले गोवर्धन पर्वत पर श्री कृष्ण भगवान के दर्शन होते हैं । और फिर अंदर जाने के बाद कृष्ण गोपियों के साथ नजर आते हैं और उसके बाद उनकी तमाम लीलाएं देखने के लिए मिलती हैं, जो बेहद मनमोहक हैं और तो और इसमें अभिमन्यु का चक्रव्यूह भी बनाया गया है जो देखने में बेहद आकर्षित है ।
दुर्गा मां के हाथों में बांसुरी
इस दुर्गा पंडाल की एक खासियत यह भी है कि यहां पर दुर्गा मां के हाथों में बांसुरी देखने के लिए मिलेगी. 19 अक्टूबर से दुर्गा मां के दर्शन यहां लोग कर सकेंगे क्योंकि अभी उनके ऊपर से पर्दा नहीं हटाया गया है । और शास्त्रों के अनुसार 19 तारीख से दुर्गा पूजा के तहत उनके ऊपर से पर्दा हटाया जाएगा. लखनऊ के इस दुर्गा पंडाल को देखने के लिए देशभर से लोग आ रहे हैं. पहले दिन ही 20,000 लोग पहुंचे थे. अब दूसरे दिन लगभग एक लाख लोग पहुंचने की उम्मीद संचालक जता रहे हैं ।
ऐसे पहुंचे यहां
यह दुर्गा पंडाल 24 घंटे खुला रहेगा. यह लखनऊ शहर के जानकीपुरम में इंजीनियरिंग चौराहे पर अंदर जाते ही दाहिने हाथ के पार्क में बना हुआ है ।
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