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योगी सरकार ने बनाया जबरदस्त प्लान,देश का पेट भरेगा उत्तर प्रदेश, किसानों की होगी बल्ले-बल्ले

उत्तर प्रदेश में रबी फसलों की अच्छी पैदावार के लिए योगी सरकार ने मास्टर प्लान तैयार किया है. यूपी सरकार ने इस साल गेहूं सहित अन्य खाद्यान्नों के उत्पादन पर विशेष ध्यान देने जा रही है, जिससे प्रदेश में अतिरिक्त उपज होने पर पूरे देश में आपूर्ति की जाएगी.

News jungal desk :योगी सरकार (Yogi Government) उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के दूसरे प्रदेशों में गेहूं, दाल, दलहन और तिलहन (Wheat and pulses) की आवश्यकता को भी पूरा करने के लिए प्लान बना रही है । और यूपी सरकार ने इस साल रबी फसलों के लिए प्रदेश में 448 लाख मीट्रिक टन अनाज उत्पादन का लक्ष्य बनाया है । और आगामी रबी फसलों की अच्छी पैदावार के लिए योगी सरकार का यह मास्टर प्लान माना जा रहा है. योगी सरकार ने खाद्यान्न के साथ-साथ दलहन व तिलहन पर भी इस बार फोकस करेगी । इसके लिए योगी सरकार ने अधिकारियों को लागत कम करने के साथ-साथ समय पर बोआई सुनिश्चित कराने का आदेश जारी किया है । योगी सरकार ने कहा है कि शासन किसानों को धन की जरूरत, खाद, कृषि यंत्रों की आवश्यकता, ट्रेनिंग के साथ-साथ हर जरूरत को पूरा करेगी। और योगी सरकार ने अधिकारियों को हिदायत दी है कि इस बार खाद की कमी नहीं होनी चाहिए । साथ ही पीएम प्रणाम योजना का भी लाभ मिलना चाहिए ।

खरीफ फसलों को खरीद को लेकर तैयारियों के बीच योगी सरकार ने आगामी रबी सीजन में खाद्यान्न तथा तिलहनी फसलों के उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए रणनीति तैयार कर लिया है । और यूपी सरकार ने बोला है कि रबी सीजन 2022 में जहां 136.06 लाख हेक्टेयर भूमि आच्छादित थी और 427.83 लाख मीट्रिक टन का उत्पादन हुआ. वहीं, आगामी रबी 2023 में खाद्यान्न एवं तिलहनी फसलों के अन्तर्गत 134.85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर बोआई और 448.66 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है ।

रबी फसल को लेकर योगी सरकार का मेगा प्लान तैयार
योगी सरकार द्वारा तैयार रबी उत्पादन 2023 फसल उत्पादन रणनीति में कुल खाद्यान्न उत्पादन के 428.77 लाख मीट्रिक टन एवं तिलहन उत्पादन के 19.90 लाख मीट्रिक टन लक्ष्य के सामने गेहूं, जौ, मक्का, चना, मटर, मसूर, राई सरसों, तोरिया, अलसी के लिए अलग-अलग लक्ष्य भी निर्धारित करा गया है ।

किसानों को लेकर किया यह बड़ा ऐलान
योगी सरकार प्रदेश
के किसानों की आय बढ़ाने के साथ ही सरकार का फोकस उत्पादकता और उत्पादन को बढ़ाने तथा उत्पादन लागत को कम करने पर भी है । और फसल सघनता में वृद्धि के लिए किसानों को साल में दो या तीन फसल लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है तो खरीफ में बुवाई से खाली खेतों में तोरिया अथवा लाही की बुवाई के लिए जागरूक किया जाएगा । वहीं, जिन क्षेत्रों में गन्ना की खेती हो रही है । और वहां गन्ने से खाली होने वाले खेतों तथा शीघ्र पकने वाली अरहर से खाली खेतों में देरी की दशा में बोई जाने वाले गेहूं की प्रजातियों की बुवाई को भी सरकार प्रोत्साहित कर रही है ।

देवरिया, कुशीनगर, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बलिया, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, आजमगढ़, बस्ती, बाराबंकी, अयोध्या, सीतापुर खीरी और जौनपुर जहां मक्का की खेती होती है वहां संकर मक्का की खेती के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है. इसी तरह उत्पादकता में वृद्धि के लिए न्यूनतम उत्पादकता वाले ब्लॉक के संबंध में खास रणनीति भी तैयार की जाएगी.

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