मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गोरालोकनाथपुर निवासी युवक को दुष्कर्म व हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा हुई थी । वर्ष 2006 में उसे जेल भेजा गया था। बीते दिनों जमानत मिलने पर घर लौटा तो उसके पैरों तले से जमीन खिसक गई।
News jungal desk: बरेली के मीरगंज थाना क्षेत्र के गांव गोरालोकनाथपुर में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। एक युवक 19 साल बाद जेल से जमानत मिलने पर जब सोमवार को अपने घर आया तो उसकी पत्नी उसके छोटे भाई के साथ पत्नी के तौर पर रह रही थी । इस पर दोनों आपस में भिड़ गए। पुलिस ने एक भाई का शांतिभंग में चालान कर दिया।
गोरालोकनाथपुर के चंद्रप्रकाश की शादी वर्ष 2002 में सरोज के साथ हुई थी। एक वर्ष बाद गौना हुआ। उसके बाद दंपती एक साल तक साथ रहे। 8 अगस्त 2004 को चंद्रप्रकाश दुष्कर्म और हत्या के मामले में जेल भेज दिया गया था। वर्ष 2006 में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। तब से उसकी पत्नी मायके चली गई और वही रहने का फैसला किया ।
उसे पता था कि अब उसका पति पूरी उम्र जेल में ही रहेगा। उनके कोई संतान भी नहीं थी। इसी बीच चंद्रप्रकाश के छोटे भाई देवप्रकाश की उसकी पत्नी के बीच नजदीकियां बनने लगी । वे दोनों पति-पत्नी की तरह साथ रहने लगे और उन दोनों के पांच बच्चे भी हुए।
25 जून को मिली जमानत
संयोग से 25 जून 2023 को कोर्ट ने चंद्रप्रकाश को जमानत दे दी। जमानत मिलने पर जब वह घर आया तो उसकी पत्नी छोटे भाई के साथ रह रही थी। चंद्रप्रकाश ने आरोप लगाया कि पत्नी और भाई ने उसकी जमीन पर भी कब्जा कर लिया। वापस मांगने पर मना कर दिया। इस पर चंद्रप्रकाश ने थाने में तहरीर दी।
पुलिस ने देवप्रकाश और सरोज को थाने बुलाया तो दोनों कब्जा न हटाने पर अड़ गए और झगड़ा करने लगे। इस पर पुलिस ने देवप्रकाश को हवालात में बंद कर दिया। इसके बाद कुछ संभ्रांत लोग पहुंचे और दोनो पक्षों को समझाकर समझौता करवा दिया। देवप्रकाश और सरोज जमीन से कब्जा छोड़ने के लिए राजी हो गए। पंचायत ने पत्नी पर अधिकार देवप्रकाश को ही दिया।
इधर, पुलिस ने शांतिभंग की आशंका में देवप्रकाश का चालान कर दिया। मीरगंज थाने के प्रभारी निरीक्षक हरेंद्र सिंह ने बताया कि उनका समझौता हो गया है। दोनों फिर से झगड़ा न करें इसलिए चालान कर पाबंद कर दिया गया है।
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